हर मौसम में फलों का सेवन कर बढ़ाए प्रतिरोधक क्षमता

मौसमी फल 

आजकल के समय में यू तो हर प्रकार के फल साल भर उपलब्ध होते है जिन्हे दवाइयों का इस्तेमाल कर बनाया व बाजार में उपलब्ध कराया जाता है। फलों का सेवन किसी भी रूप में रोजाना करना बहुत जरूरी होता है, क्युकी फलों से ही हमें पनि में घुलने वाले पोषक तत्व, फ़ाइबर, मिनेरल्स और ताज़गी की प्राप्ति होती हिय। 

seasonal fruits


गर्मियों में अक्सर मीठे रसीले आम मिलते है, जो पौष्टिक होने के साथ ही पाचन सुधारते हिय, पनि की कमी को पूरा करते है और शरीर को गर्मी के मौसम में ठंडक देते है। इसी प्रकार अन्य सभी फल जैसे सेब, केला, अनार, मौसमी, संतरा, अंगूर और चीकू जैसे फल रंग में अलग होने के साथ ही पोषक तत्वों में भी बहुत अलग होते है। 

एक्स्पर्ट्स हमेशा फलों का सेवन अधिक मात्रा एवं अनेक प्रकार के फलों को साथ खाने की सलाह देते हिय। इसे फ्रूट सलाद कहा जाता है जिसे, आमतौर पर सुबह या दिन में लंच से पहले खाया जाता है। फ्रूट सलाद में कई प्रकार और रंगों के फल भी होते है जो न केवल स्वादिसठ होते है बलकी कई प्रकार के पोषक तत्व भी प्रदान करते है। 


क्यू है मौसमी फल खाना बेहद जरूरी? 

यू तो रोज एक प्लेट भर फ्रूइट्स का सेवन करना स्वास्थ के लिए फायदेमंद माना गया है जिससे शरीर में पानी, फ़ाइबर, विटामिन और मिनेरल की कमी पूरी होती है। वैसे तो आजकल हर तरह का फल १२ महीने उपलब्ध होता हिय लेकिन बिना मौसम के इन फलों का सेवन पूर्ण रूप से पौष्टिक नहीं होगा। या इसलए क्युकी इन्हे दवाई के माध्यम से तयार किया जाता है है जिसके कारण यह सही आकार के बनते है लेकिन स्वाद और पोषण में कम रह जाते है। 

मौसमी फल


इसलिए फलों का सेवन उसी मौसम में करना जरूरी है जिसमे उसकी प्राकृतिक उपज हो। इससे दो काम होंगे, पहला स्वाद बहुत मीठा और ताज़ा होगा और दूसरा यह की फल प्राकृतिक रूप से पाए पोषक तत्वों को शरीर में भेजेगा जो शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को मज़बूत करेंगे। 

एक स्वस्थ आदमी को दिन में १००-२०० ग्राम फलों का सेवन करना चाहिए और रोजाना नियमित रूप से इसे सलाद में, स्मूदी में या जूस के रूप में नियमित तौर पर अपनाना चाहिए। साथ ही लोग अक्सर सेब के छिलके को फेक देते है लेकिन एस न करे, जिन भी फलों का हो सकते तो छिलका भी खाए, इससे प्रचुर मात्रा में फ़ाइबर और मिनेरल्स की प्राप्ति होती है। 


किस महीने में खाए कॉन्से फल? 

भारत में कई प्रकार के फल पाए जाते है, कुछ गर्मियों में, कुछ सर्दियों में और कुछ सावन में खाने को मिलते हिय। भारत में लगभग सभी तरह के मौसम, लाँड़ एरिया और क्लाइमिट पाया गया है जिसमे कई प्रकार की अलग अलग फलों की प्रजातियों का उत्पादन किया जाता हिय।  इन्ही सारे फलों के बारे में आए जानते है की कौनसा फल किस महीने में मिलन शुरू होता है और कब तक मार्केट मी उपलब्ध होता हिय।  


१. गर्मी ( मार्च - जून )

summer fruits

मार्च से शुरू होता है गर्मियों का मौसम जिसमे सबसे लोक प्रिय फल, फलों का राज्य आम आता है। भारत के साथ साथ कई अन्य देशों में भी आम को बहुत पसंद किया जाता है, लेकिन आम का सबसे बड़ा उत्पादक भारत ही है जिसमे कई तरह के आम उपलब्ध है। गर्मियों में अक्सर आम का उपयोग खाने में, जूस में, शर्बत बनाने में और मिठाई बनाने में भी भरपूर किया जाता है। आम के साथ साथ और भी कई प्रकार के फल है जो गर्मियों के मौसम में खास पाए जाते है जैसे, 

  • तरबूज 
  • पपीता 
  • जामुन 
  • अंगूर 
  • लीची 

२. मॉनसून ( जुलाई - सप्टेंबर )

monsoon fruits

जून खत्म होते ही शुरू होता है जुलाई का महिना मॉनसून के साथ जिसमे कई विभिन्न प्रकार के फलों का उत्पादन होता है। खासतौर पर मोनससोन में अमरूद और जामुन का सेवन बहुत किया जाता है। अमरूद और जामुन दोनों ही भारत के अपने राज्य फलों में से एक है जो अन्य किसी और देश में नहीं पाए जाते है। अमरूद के आजकल कई अलग प्रकार के पौधे है जो हर मौसम में फल देते है, लेकिन सही तरह से देखा जाए तो अमरूद खाने का असली समाए मॉनसून में ही आता है। 

  • लीची 
  • जामुन 
  • आड़ फल 
  • नाशपाती 
  • चेरी फल 

३. शरद ऋतु ( ऑक्टोबर - नवंबर )

autumn fruits

शरद ऋतु मॉनसून के बाद व सर्दी सुरू होने से पहले का मौसम है जिसमे गर्मी से राहत मिलती है आऊर सर्दियों की शुरुआत भी होती है। इसी मौसम में अनार और अंजीर का आना भी शुरू हो जाता है। लाल अनार इस समय सबसे मीठे होते है और दिसम्बर तक ताजे और पौष्टिक होते है। साथ ही इसी समय ताजे अंजीर भी मिलते है जो सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होते है। इस मौसम में लोग अक्सर चेरी या अनार जैसे कई छोटे फलों का सेवन करते है जो केवल १-२ महीने के लिए उपलब्ध होते है। 

  • अंजीर 
  • सेब 
  • अंगूर 
  • सेटफल 
  • कीवी 

४. सर्दी  ( दिसम्बर - फ़रवरी )

winter fruits

सर्दियों का मौसम शुरू होता हिय दिसम्बर से फ़रवरी के बीच जिसमे कई किस्म के फल पाए जाते है। दिसम्बर आते ही सेब का आना भी देखने को मिलते है जिसमे कई किस्म के सेब अलग रंग और आकार के मिलते है। साथ ही सर्दियों में हमे कई प्रकार की संतरे की प्रजातियाँ भी उपलब्ध होजाती है जिसमे में से कुछ मीठी और कुछ खट्टी होती है। इसी कके साथ दरी फ्रूइट्स का भी आगमन इस समय सर्दियों में देखने को मिलता है जो ताज़ा एवं सबसे जादा पौष्टिक माना जाता है। 

  • संतरा 
  • किननु 
  • मौसमी 
  • सेब 
  • स्ट्रॉबेरी 

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