ड्राई फ्रूट से वजन बढ़ाए व बनाए ये ४ वजन बढ़ाने वाली रेसीपीस


क्या होते है ड्राई फ्रूट और उनके प्रकार ? 

सूखे मेवे या ड्राई फ्रूट पौष्टिक दाने व फलों से बनते है जिन्हे सुख कर उपयोग किया जाता है। कई प्रकार के ड्राई फ्रूट का उपयोग हमारे शरीर में आवश्यक पोषक तत्वों की वृद्धि के लिए किया जाता है, जो हमारे शरीर को ऊर्जा भी प्रदान करते है। 


क्या होते है ड्राई फ्रूट और उनके प्रकार ?


यही ड्राई फ्रूट कई प्रकार के होते है जिनमें से कुछ मेवे व कुछ फलों से प्राप्त किए जाते है, इनमें से कुछ उद्धहरण इनमें पाई गई प्रोटीन की मात्रा के साथ है, 

- बादाम  (प्रोटीन की मात्रा ३ ग्राम)
- अखरोट  (प्रोटीन की मात्रा ४ ग्राम)
- काजू  (प्रोटीन की मात्रा ५.२  ग्राम)
- पिस्ता  (प्रोटीन की मात्रा २ ग्राम)
- किशमिश  (प्रोटीन की मात्रा ०.८ ग्राम)
- अंजीर  (प्रोटीन की मात्रा ३.३ ग्राम)
- छुआरे  (प्रोटीन की मात्रा ०. ३ ग्राम)

यह सभी ड्राई फ्रूट भिन्न प्रकार के होने के साथ ही अलग-अलग पोषक तत्वों से भी सम्पूर्ण है। शरीर को ताकत व ऊर्जा देने में इन सभी सूखे मेवों को उपयोग बहुत सेहतमंद माना गया है। ड्राई फ्रूट पूर्ण रूप से पौष्टिक और जैविक होते है जिससे शरीर की आवश्यक पोषण की कमी की भी पूर्ति होती है। 


ड्राई फ्रूट किस प्रकार खाए ?


सूखे मेवे दिन प्रतिदिन भिगोकर खाने के साथ साथ अन्य व्यंजनों के साथ खाने में भी बहुत अच्छे लगते है। न केवल ड्राई फ्रूट में पौष्टिक तत्वों का भंडार है बल्कि रोजाना एक मुट्ठी ड्राई फ्रूट खाने से रोग बीमारियों से भी बचाव हो जाता है। 


ड्राई फ्रूट किस प्रकार खाए ?


ओट्स के साथ : बेहद प्रसिद्ध होने के साथ ही ओट्स एक पौष्टिक आहार के रूप में भी इस्तेमाल किए जाते है। एक स्वस्थ जीवन शैली को बरकरार रखने के लिए नाश्ते में अक्सर ओट्स का सेवन किया जाता है जिसमे प्रचुर मात्रा में ड्राई फ्रूट का प्रयोग किया जाता है। 

दूध व शेक : प्रचुर मात्रा में हेल्थी फैट होने से ड्राई फ्रूट का मेल दूध के साथ बहुत पसंद किया जाता है। दूध की मिठास और ड्राई फ्रूट के क्रन्च का मिश्रण खाने में बहुत पौष्टिक एवं स्वादिष्ट होता है। यह कई बार एक पूर्ण पौष्टिक व्यंजन की जगह भी खाया जाता है। 

मिठाई व खीर : ड्राई फ्रूट को खास कर किसी भी मीठे व्यंजन के साथ खाना पसंद किया जाता है क्युकी ड्राई फ्रूट से किसी भी मिठाई का स्वाद दुगना हो जाता है। इसलिए मिठाई जैसे पेड़े, बर्फ़ी, गुलाब जामुन व खीर और पायसम में भिन्न प्रकार के ड्राई फ्रूट का उपयोग स्वाद बढ़ाने के लिए किया जाता है। 

भिगो कर : खाने में इस्तेमाल करने के साथ ही कई लोग रोजाना एक नियमित मात्रा में ड्राई फ्रूट का सेवन करना पसंद करते है। अक्सर रात की कुछ ग्राम या एक मुठही मिक्स ड्राई फ्रूट को पनि में भिगो सुबह खाया जाता है। इस तरह ड्राई फ्रूट खाने से शरीर को ताकत और जरूरी पोषक तत्व मिलते है। 

एनर्जी बार : कई बार साधारण तरह से ड्राई फ्रूट खाने के बजाए आजकल ड्राई फ्रूट को एनर्जी बार के रूप खाना पसंद किया जाता है। इसमे कई प्रकार की सेहतमंद चीज़े जैसे ग्रनोला, ड्राई फ्रूट, फ्रूइट्स और बीज स्वाद को बढ़ाने के लिए भी मिलाए जाते है। 



क्या फायदे है ड्राई फ्रूट के?


ड्राई फ्रूट या सूखे मेवों को पौष्टिक दाने व फलों को सूखा कर बनाया जाता है। इन्हे सुखाने की प्रक्रिया दो प्रकार से की जाती है, जिसमे धूप में सुखाना और मशीनों द्वारा इंडोर्स ही सुखाया जाता है। ड्राई फ्रूट को इन तकनीकों से सुखाने से इनमें मौजूद नमी कम हो जाती है और पोषक तत्व की संख्या बढ़ जाती है। आईए जाने ड्राई फ्रूट हमारे लिए किस प्रकार से फायदेमंद है, 


क्या फायदे है ड्राई फ्रूट के?


फ़ाइबर : ड्राई फ्रूट में बहुत अधिक मात्रा में पाए जाने वाले कुछ पोषक तत्वों में से एक फ़ाइबर भी है। फ़ाइबर के होने से पाचन क्रिया में मजबूती आती है और वजन नियंत्रण करने में भी सहायता मिलती है। ड्राई फ्रूट में सबसे अधिक फ़ाइबर की मात्रा हमे बादाम, अखरोट और पिस्ता से मिल जाती है। 

हेल्थी फैट : आजकल की जीवन शैली में हम जितनी चीज़े खाते है उसमे से जादा तर खाद्य पदार्थों में प्रचुर मात्रा में ट्रांस फैट पाया जाता है, जो सेहत के लिए हानिकारक एवं हृदये रोग को बढ़ाने में सक्षम होता है। इसलिए लोग अधिक मात्रा में हेल्थी फैट खाने का प्रयास कर रहे है जो कलेस्टरल को मात्रा को कम करता है और हेल्थी फटस की मात्रा को बढ़ाकर, हमारे शरीर को स्वस्थ व रोग मुक्त बनाने में मदत करता है। इसी हेल्थी फैट की कमी को पूरा करते है ड्राई फ्रूट। 

हैमोग्लोबिन : खून में पीए जाने वले लाल पदार्थ को हैमोग्लोबिन कहते है, जिसका काम शरीर में आइअर्न को बढ़ाना एवं शरीर के विभिन्न अंगों में आक्सिजन पहुचाने का भी होता है। एक उम्र के बाद या अक्सर डेलीवेरी के बाद महिलाओं में खून की , खास कर हैमोग्लोबिन की कमी होजाती है, जिसकी पूर्ति रोजाना नियमित ड्राई फ्रूट का सेवन करने से हो जाती है। 

ऊर्जा स्त्रोत : ड्राई फ्रूट में प्रचुर मात्रा में हेल्थी फैट और प्रोटीन की मौजूदगी से ऊर्जा की उत्पत्ति भी होती है। जैसे के हम जानते है, हमारे शरीर को किसी भी काम करने के लिए ऊर्जा चाहिए। शरीरिक व शरीर के अंदर होने वाली सभी प्रक्रियाओं के लिए ऊर्जा का उपयोग अनिवार्य होता है। 

हड्डियों व मस्तिष्क की सेहत : मिनेरल्स जैसे कैल्सीअम, पटैसीअम और मैग्नीज़ीअम हमारी हड्डियों की सेहत के लिए बहुत जरूरी है, ड्राई फ्रूट में यह सभी पोषक तत्वों की अछि मात्रा पाई जाती है। साथ ही मस्तिष्क को ठीक से काम करने हेतु ओमेगा-३ की जरूरत होती है, जो अखरोट में प्रचुर मात्रा में पाई जाती है। 


ड्राई फ्रूट से वजन कैसे बढ़ाए ?


आजकल वजन कम करने के लिए तो कई तरीके है लेकिन वजन बढ़ाने के तरीके न के बराबर है।  वजन बढ़ाना एक बहुत ही संघर्ष भरा काम है जिसमे न केवल शरीरिक परिश्रम बल्कि एक पौष्टिक आहार का होना भी बहुत जरूरी है। वजन बढ़ाने के लिए एक ऐसे आहार की आवश्यकता है जिसमे सभी पौष्टिक तत्व जैसे कार्बोहाइड्रट, प्रोटीन, हेल्थी फैट, विटामिन और मिनेरल की प्रचुर मात्रा हो और यह सभी एक या दो प्रकार के व्यंजनों में मिल जाए। 

ऐसे ही कुछ आसान तरीके से बने व्यंजन है जिनका रोजाना सेवन करने से वजन बढ़ाने में सहायता मिलेगी और सही तरह से सेहत का ध्यान रखते हुए ही वजन बढ़ना शुरू हो जाता है, 


१. योगर्ट ड्राई फ्रूट बाउल : 

योगर्ट ड्राई फ्रूट बाउल


वजन बढ़ाने के लिए एक हेल्थी फैट का किसीभी व्यंजन में होने बहुत जरूरी होता है। योगर्ट ड्राई फ्रूट बाउल एक ऐसा ही खाने का ऑप्शन है जिसमे भरपूर मात्रा में हेल्थी फैट पाए जाते है इसके साथ ही जरूरी विटामिन और मिनेरल होते है। 

-सामग्री :- फुल फैट दही (४० ग्राम), ड्राई फ्रूट (८-१० ग्राम), मौसमी फल और कुछ पौष्टिक बीज (आलसी, मेथी), गुड स्वाद अनुसार। 

-बनाने की विधि :- सबसे पहले दही को अच्छे से फेट ले और एक बाउल में डालदे। सारे ड्राई फ्रूट को फाइन चोप करले और फलों को भी काट ले। साथ ही गुड को पीस उसका पाउडर दही मे डालदे। आखरी में सारी कति हुई सामग्री को दही के ऊपर सजा के डाले और बीज भी मिल दे। 


२. ऐवकाडो बाउल : 

ऐवकाडो बाउल


ऐवकाडो एक बहुत इ पौष्टिक फल माना गया है जिसमे प्रचुर मात्र में हेल्थी फैट व प्रोटीन की मात्रा मिलती है जिसमे शरीर की सही तरह से वजन बढ़ाने की प्रक्रिया को तेज कर दिया जाता है। साथ ही मिनेरल्स की सही मात्रा होने से भी शरीर को पूर्ण रूप से सहायता मिलती है। 

सामग्री :- एक ऐवकाडो, (२० ग्राम) स्पराउट्स, पनीर (२० ग्राम), एडमामे (१०-१५ ग्राम), नींबू, ड्राई फ्रूट, और भी जरूरी सब्जियां स्वाद अनुसार। 

बनाने की विधि :- सबसे पहले ऐवकाडो को छील कर काट ले और नींबू मिल कर साइड रखदे। बाकी सब्जियों को काट कर मसले मिल दे। एडमामे छील कर रखले व स्परऔत्स को भी धो ले। आप चाहिए तो पनीर को घी या बटर में सेक सकते है या ऐसे भी डाल सकते है। आखिरी में ऐवकाडो के मिश्रण में स्परऔत्स डाले, एडमामे मिलाए और पनीर के टुकड़े भी मिला दे। 


३. पीनट बटर बनाना टोस्ट : 

पीनट बटर बनाना टोस्ट


पीनट बटर मुफ़ली से बनने वाला बटर होता है जिसमे प्रचुर मात्रा में प्रोटीन और हेल्थी फटस पाए जाते है। इसके साथ ही केले में भी पटैसीअम और मैग्नीज़ीअम आया जाता है जो हड्डियों की मजबूती में बहुत फायदेमंद होता है। 

सामग्री :-  २ ब्रेड स्लाइस, २ बड़ी चमच पीनट बटर या ड्राई फ्रूट बटर ( नट बटर), उसके साथ कुछ बादाम और किशमिश लेले, १ केला (पका हुआ)। 

बनाने की विधि : दोनों ब्रेड स्लाइस को हम सबसे पहले थोड़ा सेक लेंगे जब तक सुनहरे न होजाये। वही दूसरी ओर आप एक केला छोटे टुकड़ों में काट ले, साथ ही आप चाहिए तो बादाम और किशमिश के भी छोटे हिस्से करले। ब्रेड सिकने के बाद इसमे १-१ चमच पीनट या नट बटर ली लगले और ऊपर से कैट हुए केले को रखदे। ऊपर से ड्राई फ्रूट डालदे और दूध के साथ इसका सेवन करे। 


४. बैक्ट स्वीट पटैटो : 

बैक्ट स्वीट पटैटो


स्वीट पटैटो कार्बोहाइड्रट और हेल्थी फैट से युक्त होता है जो रोजाना बिना किसी परेशानी के खाया जा सकता है। इसमे डलने वाली चीज़ भी नियमित रूप से खाए जाने पर वजन बढ़ाने में सहायता करती है और कलेस्टरल भी बढ़ने नहीं देती। सही तरीके से इस रेकीपी का उपयोग करने से स्वस्त रूप से वजन बढ़त है और अन्य पोषक तत्व भी मिलते है। 

सामग्री :- २ बड़े स्वीट पटैटो लेलें, साथ ही एक प्याज, टमाटर, मिर्च और धनिया भी लेलीन, २५-३० ग्राम पनीर, ३० ग्राम चीज़, पिस्ता और बादाम भी लेलें। 

बनाने की विधि : स्वीट पटैटो को बीच के काट माइक्रोवेव या ओवन में बैक करले। इसके बाद नरम हुए स्वीट पटैटो को खोल अंदर ही मिल लें। इसमे ऊपर से कैट हुए उपाज़, टमाटर और हर धनिया डाले, साथ ही पनीर को भी छोटे टुकड़ों में काट कर डाले। नामक मिर्च स्वाद अनुसार डाले और आखरी में चीज़ को घिस कर ऊपर से दाले। इसे दोबारा ५-६ मिनट बैक होने दाले और खाने का आनंद ले। 

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