इन 7 तरीकों से मखाने का सेवन कर करे वजन कम


क्या होते है मखाने? 

मखाना जिसे  Fox nuts  या  lotus seeds  भी कहा जाता है, एक प्रकार का फल है जो भारतीय व्यंजनों में कई प्रकार से उपयोग किया जाता है। मखाना समान्य रूप से खाने में कई तरीकों को शामिल किया जाता है अथवा इसे स्नैक्स के रूप में भी बहुत पसंद किया जाता है । 


क्या होते है मखाने?

मखाना आमतौर पर पानी वाले क्षेत्रों तथा तालाबों में पाया जाता है जहा इसे कमल की जड़ों से बीच रूप में निकाला  जाता है। निकालने के बाद उन बीजों को धूप में सुखाया जाता है और तेज आंच पर रोस्ट किया जाता है। इस रोस्ट करने की प्रक्रिया से ही मखाने प्राप्त होते है। 

मखाने का स्वाद बहुत साधारण होने के कारण इसे किसी भी प्रकार की सब्जी, ग्रैवी, नमकीन व मिठाई में इस्तेमाल किया जाता सकता है। लोग इसे अक्सर खीर में या प्रसाद में बनी पिंजरी में डाल कर खाना पसंद करते है। इसे खास कर व्रत में खाया जाने वाला फल भी कहते है, जहां इसका सेवन दूध के साथ भी किया जाता है। 


मखाने किस तरह खाए जाते है? 

मखाना वैसे तो खाने में बहुत पौष्टिक एवं स्वास्थमय होते है किन्तु स्वाद की कमी होने के कारण इन्हे कई तरीकों से खाने में इस्तेमाल किया जाता है। स्वाद में मखाने तटस्थ होते है जिसके कारण इन्हे किसी भी तरह के व्यंजन में उपयोग एवं प्रयोग किया जा सकता है। ऐसे ही कुछ तरीके नीचे दिए गए है जिनका प्रयोग कर आप स्वादिष्ट रूप से मखानों का आनंद ले सकते है, 


मखाने किस तरह खाए जाते है?


- नमकीन मखाना : सबसे सरल तरह से मखने खाने का तरीका उनको भून कर खाने में है। जैसे की हम जानते है की किसी भी खाद्य पदार्थ का स्वाद उसे भून कर दुगना किया जा सकता है। इसी प्रकार मखाना भी सूखा या घी में सुनहरा होने तक भुने और ऊपर से नमक,मिर्च और बाकी मसाले डाल इसका आनंद ले सकते है। 

- मखाना खीर : नमकीन के साथ साथ मिठाइयों में भी मखाने का अछा उपयोग हो सकता है। मखाने की खीर बहुत ही पसिद्ध भारतीय मिठाई है जिसे त्योहारों एवं खास मौकों पर बनाया जाता है। इसे एक स्वास्थ्य रूप से भी बहुत गुणकारी माना जाता है, इसलिए कई बार डाइअबीटीज़ में चावल की जगह मखाने की खीर भी खाई जाती है। 

- मखाने की सब्जी : कई खानों में मखाने को सब्जी के तौर पर भी खाया जाता है, जिसमे आम सब्जियों से मखाने में जादा पोषक तत्व एवं खूबियाँ पाई जाती है। मखाने को किसी अन्य सब्जी जैसे ही पकाया व बनाया जाता है और रोटी के साथ आनंद लिया जा सकता है। 

- कैरेमल मखाना : वैसे तो मखाने खीर के रूप में बहु खाया जाता है लेकिन एक स्नैक्स के तौर पर कैरेमल मखाने बहुत पसंद किए जाते है जो बनाने में बेहद आसान और खाने में स्वादिष्ट होती है। कैरेमल मखाने में आप घी एवं चीनी का उपयोग कर सकते है, लेकिन डाइअबीटीज़ वाले लोग चीनी की जगह गुड का इस्तेमाक में इसमे कर सकते है। 

- मखाना ग्रैवी : आजकल ग्रैवी में मखाने का इस्तेमाल करना बहुत प्रसिद्ध हो गया है। आपने अक्सर बाहर रेस्टोरेंट या होटेल्स में ग्रैवी में मखाने का प्रयोग देखा होगा। यह स्वाद बढ़ाने के साथ ही स्वास्थ्य लाभ हेतु भी बहुत प्रमुख रूप से बनाया जाता है। मखाने वाली ग्रैवी अत्यंत पौष्टिक, स्वादिष्ट एवं गुणकारी होती है। 


एक दिन में कितने मखाने खाने चाहिए? 

मखाने यू तो बहुत पौष्टिक होते है जो विभिन्न पोशाक तत्वों से भरपूर होते है। इनमे अधिक मात्रा में प्रोटीन, कार्बोहाइड्रट और हेल्थी फैटस पाए जाते है जो शरीर के विकास एवं हड्डियों की मजबूती क लिए बहुत लाभकारी है। मखाने खाने के तो कई तरीके है जिसे हम उसे भून कर, खीर बना कर या ग्रैवी में डाल कर कहा सकते है लेकिन एक दिन में कितने मखने खाना ठीक है इसका पता कैसे लगाए,


एक दिन में कितने मखाने खाने चाहिए?


मखाने प्रोटीन और कार्बोहाइड्रट से भरपूर होते है जिसका दिन में एक या दो बार ही सेवन करना अनिवार्य है। अगर आप स्नैक्स के रूप में नमकीन या कैरेमल मखाने खाना चाहे तो १/२ या कप से जादा मखाना न खाए। 

हर पौष्टिक चीज को खाने का नियम अथवा तै मात्रा होती है जिसे ध्यान में रख कर ही खाना चाहिए। क्युकी किसी भी पौष्टिक चीज को अगर जरूरत से जादा खाया जाए तो नुकसान कर सकती है। इसलिए दिन में ३० ग्राम से अधिक मखने का सेवन न करे। 


मखाने किस तरह वजन कम करते है? 

मखाने में पाए जाने वाले पोषक तत्वों में कुछ विटामिंस और मिनेरल्स भी होते है जो शरीर की मजबूती, पाचन, प्रोटीन की लागत और हाड़ियों को मज़बूत बनाने का काम बहुत अच्छे से करता है। इन्ही तत्वों के कारण मखाना वजन कम करने में भी बहुत मदत करता है और एक अच्छे वजन को कंट्रोल में रखने में भी सहायक है। 


मखाने किस तरह वजन कम करते है?


१. कम कलोरी : वजन कम करने के लिए कई लोग कम कलोरी वाले व्यंजन खाना पसंद करते है, जिसे खाने से मोटापा एकदम न बड़कर धीरे धीरे बढ़े। वजन बढ़ने की सबसे बड़ी वजह खाने में पाई गई अन हेल्थी फैट  की मात्रा एवं अधिक करबोहयदरतेस को भी माना जाता है। मखाने का सेवन करने से न केवल अछा स्वाद बल्कि कम कलोरी भी प्राप्त होती है, जो वजन को नियंत्रित रखने में सहायक है। 

२. प्रोटीन की मात्रा : मखाने में पाया जाने वाला प्रोटीन प्लांट बेस्ड प्रोटीन होने के कारण शाकाहारी लोगों के लिए एक अछा प्रोटीन विकल्प व पाचन करने हेतु भी एक सरल विकल्प माना जाता है। इसी तरह के प्रोटीन की कमी से वजन कम करने में मुश्किल होती है, इसलिए रोजाना मखाने का सेवन करने से जरूरी प्रोटीन की मात्रा पूरी होती है जो साथ ही वजन कम करने में भी सहायता करता है। 

३. हेल्थी फैट : मखाने में अन सैचरैटिड फैट की मात्रा अधिक होती है जिसे हम गुड फैट भी कहते है। यह गुड फैट कलेस्टरल की मात्रा को कम कर हमारे शरीर को स्वस्थ, तंदरूस्त एवं टोंड बनाता है। दिए गए नियमित मखाने के उपयोग से हम जादा से जादा पोषण एवं पोषक तत्व ल लाभ ले सकते है जो बिना जादा वजन बढ़ाए हम किसी भी समय, नाश्ते, लंच या स्नैक्स में कहा सकते है। 

४. पाचन : मखाने जैसे ही कमल के बीज से प्राप्त होने वाला फल है और स्वाभाविक रूप से स्वास्थ एवं शरीर के लिए लाभदायी माना गया है। इसका रोजाना उपयोग हमारे पाचन तंत्र एवं क्रियाओं के लिए भी बहुत अछा माना गया है। मखाने खाने से खाना जल्दी पचता है और बात बात पे भूक लगने जैसी समस्याओं को भी दूर करता है। मखाने कहा कर शरीर को फुलनेस की प्राप्ति होती है और पेट लंबे समय तक  भरा रहता है। 

५. भूक कम करना : मखाने अपने आप में ही एक पूर्ण स्नैक है जिसमे सही मात्रा में लगभग सारे पोषक तत्व पाए जाते है। इसका रोजाना सेवन अधिक भूक लग्न व असमय खाना खा लेने की आदत को भी बदलता है और एक नियमित खान-पान को मुख्य रूप से फॉलो करवाता है। मखाने शाम के समय चाय के साथ या सूप के साथ लिए जा सकते है जब हमे कुछ मीठा या नमकीन खाने की इछा होती है। 

६. ब्लड शुगर : शुगर को कंट्रोल करने में भी मखाने बहुत सफल माने जाते है क्युकी वे प्रचुर मात्रा में प्रोटीन की कमी पूरी करते है और सुगर को खून में बढ़ने से भी रोक देते है। यह ग्लयसेमिक इंडेक्स के कारण होता है जिसमे खाने से सुगर खून में धीरे धीरे मिलता है और ब्लड सुगर को नियंत्रण में रखने में पूर्ण सहायता प्रदान करती है। 

७. हड्डियाँ मज़बूत : मखाने में कई प्रकार के विटामिन और मिनेरल पाए जाते है जिसमे से मैग्नीज़ीअम की मात्रा अधिक होती है। यह मैग्नीज़ीअम तत्व जब प्रोटीन के साथ मिलता है तो हड्डियों को ताकत व मजबूती देने में पूरी सहायता देता है। इसके साथ ही मखने में अछि मात्रा में कैल्सीअम भी पाया जाता है जो हड्डियों के लिए बहुत जरूरी एवं लाभदायी माना जाता है। 

Share your Queries here

और नया पुराने