काली मिर्च के औषदीय गुण व उपयोग


काली मिर्च क्या है? 

काली मिर्च या  Black Pepper  एक बहुत ही प्रमुख मासालों की श्रेणी में आता है, जिसे भारत के साथ साथ लगभग सभी देशों में स्वाद बढ़ाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। काली मिर्च भारतीय व्यंजनों में इस्तेमाल होने वाले प्रमुख मसलों में से भी एक है। काली मिर्च का उपयोग खाने में स्वाद लाने व खाने को और भी स्वादिष्ट बनाने के लिए किया जाता है। 


काली मिर्च क्या है


काली मिर्च का मुख्य रूप से उपयोग अनेकों व्यंजनों में किया जाता है जैसे, दाले, बिरयानी, सूप, टोस्ट, चाय, ब्रेड, सब्जियों एवं सलाद में भी उपयोग होता है। काली मिर्च को अक्सर फलों के ऊपर व सलाद सबाजियों क ऊपर भी छिड़का जाता है। 

इसके अलावा काली मिर्च के और भी औषदीय गुण है जिनका का प्रयोग भारतीय माताएँ छोटे बच्चों को इन्फेक्शन व अन्य बीमारियों से सुरक्षित करने हेतु भी इस्तेमा करती है। काली मिर्च एक एस मसाला है जिसका प्रयोग सब्जियों के साथ साथ बेकिंग में भी इस्तेमाल होता है। 


काली मिर्च की तासीर ठंडी है या गरम? 

काली मिर्च वैसे तो प्रमुख रूप से गरम मसलों में से एक माना जाता है जिसका उपयोग खाने में स्वाद, स्वास्थ संबंधी वैशेषता एवं सर्दियों में गर्माहट देने क लिए होता है। लेकिन काली मिर्च की तासीर ठंडी होती है जिसके कारण स्वरूप इसका उपयोग अन्य मसलों के साथ ही सर्दियों में  किया जाता है। 


क्या होती है काली मिर्च की तासीर?


पोषक तत्वों से सम्पूर्ण काली मिर्च में अधिक मात्रा में पाइपरिन जैसे तत्व पाया जाता है जो खासकर सर्दियों में शरीर को ऊर्जा प्रदान करता है, और गर्मियों में यही काली मिर्च शरीर को ठंड रखने व पसीने से निकलने वाले जरूरी मिनेरल की भी पूर्ति कर शरीर को स्वास्थ बनाता है। 

इसमे पाए गए विभिन्न पोषक तत्व सर्दियों में हमारे शरीर को पोषण प्रदान करते है और साथ ही सर्दी जुखाम जैसी समस्या को भी दूर केटे है। काली मिर्च में अधिक मात्रा में विटामिंस, मिनेरल्स, एंटी ऑक्सिडनट्स और पाइपरिन पाया जाता है जो पाचन क्रिया को मज़बूत करने, कलेस्टरल को कम करने व ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में भी बहुत लाभकारी है। 


काली मिर्च के औषदिए गुण 

काली मिर्च अपने स्वाद के साथ साथ अपने औषदीय गुणों के लिए भी जाना जाता है। इसमे पाए जाने वाले पोषटिक तत्व स्वास्थ एवं शरीर की तंदरुस्ती के लिए बहुत गुणकारी माने गए है, जिसका प्रयोग अक्सर सर्दियों में बीमारियों से बचने में किया जाता है। आइए काली मिर्च के औषदिए गुणों को विस्तार में में जानते है, 


काली मिर्च के औषदीय गुण


- मौसमी संक्रमण : काली मिर्च का प्रमुख रूप से इस्तेमाल मौसमी संक्रमण से बचने व उसका घरेलू इलाज करने में बहुत फायदेमंद माना जाता है। बिना किसी साइड इफेक्ट के, माताएँ दवाइयों से जादा घरेलू उपचार पर विश्वास करती है जीमे काली मिर्च भी शंमिल है। 

- पाइपरिन : काली मिर्च में पाए जाने वाले तत्व पाइपरिन, एक बहुत ही फायदेमंद तत्व माना गया है जो भरपूर मात्रा में एंटीऑक्सिडनट्स, एंटीइन्फ्लैमटोरी और एंटीबैक्टिरीअल प्रॉपर्टीस होती है जो हमारी प्रतिरोधक क्षमता को सशक्त करने में भी बहुत मदत करता है। 

- पाचन क्रिया : सही मात्रा में विटामिंस और मिनेरल्स होने के कारण काली मिर्च खाने से पाचन क्रिया मज़बूत होती है। इसके साथ ही गैस, अपच व असिडिटी जैसी समस्याओं को भी दूर करने की क्षमता काली मिर्च में पाई जाती है।

- वजन नियंत्रण : वजन बढ़ने का मूल कारण आजकल के बिगड़े पाचन क्रियाओं व गलत खान-पान को माना गया है। इसिलए खाने में काली मिर्च का उपयोग करना या काली मिर्च कूट कर खाने बाद खाने से पाचन क्रिया मजबूत होती है जिससे खाना सही ढंग से पचता है और वजन नियंत्रण में भी मदत मिलती है। 

- मिनेरल्स : काली मिर्च में पाए जाने वाले पोषक तत्वों में से सबसे अधिक मात्रा में मैंगनीस मिनेरल पाया जाता है जिसकी खासियत हाड़ियों को सशक्त करने, घाव के उपचार व पाचन में बहुत लाभदायी होता है। 


काली मिर्च इस्तेमाल करने के तरीके 

काली ममिर्च यू तो खाने में मुख्य रूप से इस्तेमाल होता है लेकिन उसके अलावा भी काली मिर्च के कई उपयोग करने के तरीके है जो भारतिए घरों में कई वर्षों से इस्तेमाल होते आ रहा है। इन्ही तरीकों को विस्तार में पढ़ने के लिए हम नीचे लिखे पॉइंट्स को पढ़ेंगे, 


काली मिर्च इस्तेमाल करने के तरीके


१. खड़े मसाले : काली मिर्च का  प्रमुख तौर से खड़े मसलों में उपयोग होता है, जो सबूत बने व्यंजनों में, तेल और मसालेदार खानों में एवं गैस करने वाले खाद्य पदार्थों में इस्तेमाल किया जाता है जिससे खाने का स्वाद भी बढ़े और खाना पचाने में भी आसानी हो। आम तौर पर खड़े मसलों का उपयोग सबूत दलों में, बिरयानी बनाने में व खाने को खुशबूदार बनाने के लिए भी किया जाता है जिससे खाने में स्वाद एवं रंग की वृद्धि होती है। 

२. ज़ायका बढ़ाना : काली मिर्च जितना अपने औषदिया गुणों क लिए जाना व इस्तेमाल किया जाता है, उतना ही काली मिर्च को खाने में स्वाद बढ़ाने के लिए भी उपयोग किया जाता है। भारतीय व्यंजनों में तो काली मिर्च इस्तेमाल होती ही है लेकिन विदेशों में भी काली मिर्च बहुत प्रमुख तौर पे उपयोग की जाती है। भारत में जैसे हम खाने को पकाते समय काली मिर्च डालते है, वैसे ही विदेशों में काली मिर्च को बने खाने के ऊपर कूट कर दल जाता है। 

३. घरेलू उपचार : भारतीय लोग अक्सर अपना इलाज दवाइयों से जादा घरेलू नुसको से करना पसंद करते है। घरेलू उपचार न केवल सेहत के लिए बल्कि शरीर की बाकी समस्याओं को भी दूर करने में सक्षम होता है, जिससे कोई साइड इफेक्ट की शिकायत भी नहीं होती जो विदेशी दवाइयों में देखने को मिलता है। इसिलए काली मिर्च जो खड़े मसलों में से ही एक है, इसका प्रयोग सर्दी जुखाम, बुकार, अपच व गले के संक्रमण को ठीक करने में उपयोग किया जाता है। 

४. सूप : चाहे स्वाद के लिए हो या स्वास्थ खराब होने पर हो, सूप का सेवन करना अक्सर पोषटिक और सेहतमंद माना गया है। सूप भारत में कई प्रकार से तयार किए जाते है पर लगभग हर प्रकार के सूप में काली मिर्च का उपयोग प्रमुख रूप से किया जाता है। काली मिर्च न सिर्फ गल खराब होने पर सेक देता है बल्कि शरीर को गर्माहट व जरूरी पोषण भी पहुचाने का काम करता है। अक्सर सर्दियों में काली मिर्च का पानी या सूप जैसे व्यंजनों में काली मिर्च डालकर उसका सेवन किया जाता है। 

५. बेकिंग : बेकिंग एक खाना बनाने की तकनीक है जिसमे फर्मेन्टेशन ( खमीर लाना ) का उपयोग किया जाता है, जिसमें अट्टा या मैदा का इस्तेमाल करके मसलों को मिलाकर बैक किया जाता है। एसे ही बेकिंग का इस्तेमाल करके भारतिए मसलों का खास कर काली मिर्च का इस्तेमाल स्वाद बढ़ाने क लिए ब्रेड, पैस्ट्री व अन्य दूसरे बैकरी इटेम्स में उपयोग किया जाता है। 

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